वित्तीय वर्ष 2022-23 का प्रदर्शन/वार्षिक रिपोर्ट
डीजीजीआई ने वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक की कर धोखाधड़ी का पता लगाया है और ऐसे कर की चोरी के मामलों में 20 हजार करोड़ रुपये से अधिक की वसूली की है। डीजीजीआई ने कई तरह के तौर-तरीकों का पता लगाया है जिसके द्वारा कर चोरी की गई थी जैसे (i) कर योग्य वस्तुओं और सेवाओं का कम मूल्यांकन करके कर का कम भुगतान, (ii) छूट अधिसूचनाओं का गलत लाभ, (iii) इनपुट का गलत लाभ / गैर-प्रत्यावर्तन कर क्रेडिट, (iv) कर योग्य वस्तुओं और सेवाओं की आपूर्ति पर कर का भुगतान न करना (गुप्त निष्कासन), (v) कर एकत्र किया गया लेकिन सरकार को भुगतान नहीं किया गया। राजकोष, (vi) रिवर्स चार्ज मैकेनिज्म के तहत कर का भुगतान न करना, (vii) नकली फर्मों से चालान के आधार पर इनपुट टैक्स क्रेडिट का धोखाधड़ी से लाभ, (viii) माल के निर्यात पर IGST की वापसी का धोखाधड़ी का लाभ, आदि।